‘बाहुबली’ फिल्म का ये खौफनाक विलेन ,असल जिन्दगी में दिखाई देता है ऐसा

फिल्म में बाहुबली वन के विलेन कालकेय नजर नहीं आने वाले इनके विचित्र रूप और अजीबोंगरीब भाषा बोलने वाले कालकेय की एक्टिंग को दर्शकों ने भी खूब तारीफ की है लेकिन क्या आप कालकेय का असली नाम जानते हैं? साउथ इंडिया की जबरदस्त कमाई करने वाली धमाकेदार फिल्म ‘बाहुबली द बिगनिंग’ बॉक्स ऑफिस ऑफिस पर सुपरहिट साबित हुई थी। इस फिल्म के सभी कलाकारो  की एक्टिंग वाकई में सराहनीय थी।

बाहुबली के इस खौफनाक विलेन के बारे में हम आपको कुछ ऐसी बातें बताएंगे जो आपके रोंगटे खड़े कर देंगी। कालकेय का असली नाम ‘प्रभाकर’ है जो साउथ के जाने-माने एक्टर हैं कालकेय का असली नाम ‘प्रभाकर’ है। वे तेलंगाना के ‘महबूब नगर’ जिले के गांव ‘कोडंगल’ के रहने वाले हैं। आपको बता दें ‘प्रभाकर’ रियल लाइफ में बेहद शर्मीले और क्रिकेट का शौक रखने वाले इंसान हैं |प्रभाकर बाहुबली से पहले फिल्म ‘मर्यादा रमन्ना’ से लाइम लाइट में आए थे

फिल्म को दर्शकों ने खूब पसंद किया था।इसलिए आज हम आपको इस फिल्म का खतरनाक विलेन ‘कालकेय’ की असल जिन्दगी के बारे में कुछ बताने जा रहे हैं|आज हम आप को इनकी कुछ तस्वीरों से अवगत कराएँगे जिसे देखकर आप यकीन नहीं कर पाएंगे कि क्या ये वही खौफनाक इंसान है जिसे अगर कोई छोटा बच्चा देख ले तो बुरी तरह से सहम जाए। दरअसल कालकेय का ये  किरदार साउथ के जाने-माने एक्टर प्रभाकर ने निभाया था और बाहुबली से पहले प्रभाकर फिल्म ‘मगधीरा’ में भी काम कर चुके हैं| हालांकि वह फिल्म ‘मर्यादा रमन्ना’ से लाइम लाइट में आए थे. प्रभाकर तेलंगाना के महबूबनगर जिले के एक छोटे से गांव कोडंगल के रहने वाले हैं. बाहुबली में खौफनाक दिखने वाले प्रभाकर असल लाइफ में बहुत शांत और शर्मीले स्वभाव के हैं| एक इंटरव्यू के दौरान प्रभाकर ने बताया था कि वो कभी फिल्मों में काम नहीं करना चाहते थे|

प्रभाकर 12वीं पास करने के बाद एक बार एक शादी की पार्टी अटेंड करने के लिए हैदराबाद गए वहा उनकी पर्सनैलिटी को देखकर कुछ रिश्तेदारो ने मेरी नौकरी रेलवे पुलिस लगवाने का वादा किया  और इस जॉब के लिए मुझे 6 साल तक इंतजार भी करना पड़ा लेकिन मुझे सफलता नहीं मिली| इसके बाद वे हैदराबाद में आकर दूसरी नौकरी ढूंढने लगे और प्रभाकर बताते हैं कि नौकरी ढूंढने के दौरान मुझे पता चला कि डायरेक्टर एसएस राजामौली को फिल्म ‘मगधीरा’ के लिए कुछ लोगों की जरूरत है और मेरा एक  दोस्त मुझे वहां ले गया जहां कलाकारों का सिलेक्‍शन हो रहा था उस दौरान उन्होंने मुझसे कुछ नहीं कहा वहां से राजामौली मुझे राजस्‍थान ले आये और राजस्‍थान में उस समय फिल्म मगधीरा की शूटिंग चल रही थी|

प्रभाकर इस दौरान फिर हैदराबाद लौटकर जॉब ढूंढने लगा इसी दौरान राजामौली के असिस्टेंट का फोन आया और  उन्होंने मुझे अपने  घर बुलाया वहां राजामौली ने मुझे फिल्म मर्यादा रमन्ना में रोल ऑफर किया लेकिन उस समय मुझे एक्टिंग नहीं आती थी|

राजमौली ने उन्हें देवदास कनकला में एक्टिंग सीखने के लिए भेजा साथ ही प्रभाकर को हर महीने 10 हजार रुपए मिलते थे इसी पैसों से प्रभाकर ने अपना सारा कर्ज चुकाया प्रभाकर के मुताबिक वह आज जो भी है डायरेक्टर एस.एस.राजमौली के बदौलत ही है|प्रभाकर का कहना है कि, उन्होंने कभी नही सोचा था कि वे फिल्मों में काम करेंगे लेकिन ‘एसएस राजामौली’ की बदौलत उनकी जिन्दगी बदल गयी है।