मकर संक्रांति विशेष : यदि मकर संक्रांति के दिन आप भी कर लेते हैं ये काम तो आपके सितारे भी हो जाएंगे बुलंद
मकर संक्रांति पुरे भारत वर्ष में बहुत ख़ुशी से मनाया जाता है। मकर संक्रांति हिन्दू धर्म के लोगो का बहुत प्रसिद्धि त्यौहार है। यह त्योहार विशेष कर इसलिए मनाया जाता है क्योकि पौष मास में सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है। यह त्योहार हर जनवरी महीने के चौदहवें या पन्द्रहवें दिन ही पड़ता है। इस दिन सूर्य धनु राशि को छोड़ मकर राशि में प्रवेश करता है और इस बार मकर संक्रांति का पर्व 15 जनवरी को मनाया जा रहा है। इस दिन विशेषकर स्नान और दान-पुण्य जैसे कार्यों का काफी महत्व बताया जाता है। लोगो का मनना है कि इस दिन किसी भी प्रकार के शुभ कार्यों की शुरुआत करना काफी शुभ होता है। इसके साथ ही हम आपको यह बता दे कि इस दिन यदि आप कुछ खास उपाय को अपनाऐ तो आप भी अपने सितारे बुलंद कर सकते हैं। यदि आप ये उपाय मकर संक्रांति के दिन करेंगे तो यह उपाय करने से आपको अपने जीवन में बड़ी सफलता मिलेगी।
शास्त्रों की माने तो दक्षिणायण को देवताओं की रात्रि अर्थात् नकारात्मकता का प्रतीक और उत्तरायण को देवताओं का दिन अर्थात् सकारात्मकता का प्रतीक माना गया है। इसीलिए इस दिन जप, तप, दान, स्नान, श्राद्ध, तर्पण आदि धार्मिक कर्मों का विशेष महत्व होता है। ऐसी मान्यता है कि इस अवसर पर दिया गया दान सौ गुना बढ़कर पुन: प्राप्त होता है। इसके साथ ही इस दिन शुद्ध घी एवं कम्बल का दान करने से मोक्ष की भी प्राप्ति होती है। हमारे शास्त्रो में यह श्लोक भी है,
माघे मासे महादेव: यो दास्यति घृतकम्बलम।
स भुक्त्वा सकलान भोगान अन्ते मोक्षं प्राप्यति।।
मकर सक्रांति पर सामान्य रूप से सूर्य सभी राशियों को प्रभावित करते हैं, किन्तु कर्क व मकर राशियों में सूर्य का प्रवेश धार्मिक दृष्टि से अत्यन्त फलदायक और बहुत ही सुखद होता है। यह प्रवेश अथवा संक्रमण क्रिया छह-छह माह के अन्तराल पर होती है। इसका मतलब यह है कि मकर संक्रान्ति पर सूर्य की राशि में हुए परिवर्तन को अंधकार से प्रकाश की ओर अग्रसर होना माना जा सकता है। pure भारतवर्ष में लोगों द्वारा विविध रूपों में सूर्यदेव की उपासना, आराधना एवं पूजन कर, उनके प्रति अपनी कृतज्ञता प्रकट की जाती है। अब जबकि इस बार मकर संक्रांति का पर्व 15 जनवरी को पड़ रहा है और सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है तो आप ऐसे में अगर आप अपने जीवन में तरक्की पाना चाहते है तो आपको मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव को जल में तिल मिलाकर अर्घ्य दें, इससे आपको सूर्य देव द्वारा विशेष लाभ मिलेगा।
इसके साथ ही आप मकर सक्रांति के दिन भगवान सूर्य देव की उपासना के साथ ही साथ टिल से बानी चीजो को खाए तो यह बहुत ही शुभ माना जाता है। क्योकि इस दिन माना जाता है कि सूर्य देव अपने पुत्र शनि के घर जाते हैं, जिसके अनुसार इस दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं, इसलिए इस दिन तिल से बनी चीजों को खाना शुभ माना जाता है। इसके अलावा इस दिन खिचड़ी खाने से शनि और राहु का प्रकोप भी शांत होता है।
लोगो की यह भी मान्यता है कि मकर संक्रांति के दिन तिल का दान करना काफी शुभ होता है क्योकि ऐसा करने से आपके तरक्की की राह में आने वाली बाधाओं दूर हो जाती है। इसके साथ ही इस दिन तिल के तेल से मालिश करना भी काफी शुभ माना गया है। मान्यता है कि ऐसा करने से बुरा समय दूर होता है और समाज में मान-सम्मान बढ़ता है। ऐसा करने से आपको सदैव सफलता मिलेगी और भगवान सूर्य की विशेष कृपा आप पर हमेशा बानी रहती है।