इस हाईवे का नाम सुनते ही कांपने लग जाते हैं ड्राइवर, वहीं ट्रक दौड़ाती है देवभूमि की बेटी

एक तरफ तो हमारे समाज में महिला को देवी कहा जाता है, क्योंकि उनमें पुरुषों के मुकाबले दूसरों के प्रति के प्रेम और दया की भावना अधिक होती है वहीं उसके बावज़ूद महिलाओं को हमेशा अत्याचार भी सहना पड़ता है। जब पुरूषों के बराबरी की बात आती है तो उन्‍हें तुरंत दबा दिया जाता है या फिर उन्‍हें यही जताया जाता है कि वो पुरूषों की तरह आगे नहीं बढ़ सकती लेकिन आज जो खबर हम आपके लिए लेकर आए हैं उसे सुनने के बाद आपकी भी आंखें खुल जाएंगी कि महिलाएं वो भी कर सकती हैं जो एक पुरूष नहीं कर सकता।

जी बता दें कि ये मामला शिमला का है जहां एक ऐसा हाइवे है कि वहां लोग गाड़ी से तो दूर पैदल भी गुजरने में डरते हैं। लेकिन आज उसी खतरनाक हाइवे पर एक लड़की ऐसी है जो भारी वाहन दौड़ाती है। बता दें कि उसी सड़क पर 23 साल की उम्र में पूनम आराम से हैवी ट्रक दौड़ाती है।

आपको जानकर हैरानी होगी कि इस हाइवे का नाम दुनिया के सबसे खतरनाक हाइवे में से एक है शिमला-किन्नौर की हाइवे जहां पूनम ने है व्हीकल दौड़ाने में महारत हासिल कर रखी है। ये हाइवे हिमाचल ‌के जिला किन्नौर के पास है जहां का नाम सुनते ही अधिकतर ड्राइवर उन खतरनाक सड़कों और सतलुज के तेज प्रवाह को देखते ही जाने से मना कर देते हैं लेकिन उसी हाइवे पर पूनम बड़े ही आराम से भारी वाहन चलाती है।

उस सड़क पर पूनम ने रामपुर से 144 लेकर रारंग गांव तक न सिर्फ ट्रक ही नहीं बल्कि कई बार तो घर बनाने में भारी भारी समान भी सही सलामत पहुंचाती हैं। बताते चलें कि पूनम ने इस सड़क पर रामपुर से रारंग तक का सफर मात्र 6 घंटे में पूरा किया। इस बीच रास्‍ते में कई ऐसे भी स्थान थे जहां पर सिंगल रोड होने की वजह से आगे से गाड़ी आ जाने पर काफी पीछे हटकर पास देना पड़ता है लेकिन इस दौरान पूनम ने हार नहीं मानी उन्‍होने बताया कि वो 8 हजार मीटर उंचाई वाले क्षेत्र में भी गाड़ी चला चुकी है।

वहीं आपको बता दें कि पूनम के इस सफर को पूरा करने के बाद सही सलामत गांव पहुंचने पर लोगों ने उसका जोरो सोरों से स्वागत किया और उसके प्रयासों की खूब सराहना की। सोशल मीडिया पर भी पूनम अपनी इस बहादुरी के कारण खुब छाई हुई हैं।